यह सिर्फ़ इतना ही मायने नहीं रखता कि आप क्या कहते हैं। यह मायने रखता है कि आप इसे कैसे कहते हैं। और आप इसे कहते समय कैसे दिखते हैं।
मेहराबियन मॉडल (Mehrabian Model) क्या है?
Mehrabian Model का विकास डॉ. अल्बर्ट मेहराबियन ने किया, जो यह बताते हैं कि हमारे Communication का प्रभाव तीन मुख्य तत्वों पर निर्भर करता है:
- शब्द (Verbal) – केवल 7% प्रभाव।
- स्वर (Vocal) – 38% प्रभाव।
- शारीरिक हावभाव (Non-verbal) – 55% प्रभाव।
यह मॉडल मुख्यतः भावनाओं और दृष्टिकोणों के व्यक्त करने में मददगार है।
Mehrabian Model Communication
Communication हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किसी विचार, भावना, या संदेश को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने की क्षमता हमें व्यक्तिगत और व्यावसायिक रूप से आगे बढ़ाती है। मेहराबियन मॉडल ऑफ कम्युनिकेशन हमें यह समझने में मदद करता है कि शब्दों से परे भी Communication का एक महत्वपूर्ण पहलू होता है
मेहराबियन मॉडल की विशेषताएं (importance of Mehrabian model)
- शब्दों की सीमा – Limitation of Words
शब्द हमारे विचारों को व्यक्त करने में महत्वपूर्ण हैं, लेकिन वे अकेले ही प्रभावी संचार के लिए पर्याप्त नहीं होते। - स्वर का महत्व – importance of Vocal
आपके बोलने का लहजा, आवाज की ऊंचाई, और स्वर का उतार-चढ़ाव आपके संदेश की भावनात्मक गहराई को दर्शाते हैं। - शारीरिक हावभाव की भूमिका -Importance of Body Language
आपकी बॉडी लैंग्वेज, आंखों का संपर्क, और चेहरे के हावभाव आपके संदेश को और अधिक प्रभावशाली बनाते हैं।
प्रभावी संवाद के लिए Mehrabian Model Communication
मॉडल का महत्व
- भरोसा बढ़ाता है
जब आपकी वाणी और हावभाव एक-दूसरे के साथ मेल खाते हैं, तो आपके शब्दों में अधिक विश्वसनीयता होती है। - भावनाओं को समझने में मदद
यह मॉडल भावनाओं और दृष्टिकोणों को सही ढंग से व्यक्त और समझने में मदद करता है। - व्यवसाय में सफलता
चाहे आप एक प्रस्तुति दे रहे हों या ग्राहक से Communication कर रहे हों, इस मॉडल को अपनाने से आप अपने संदेश को अधिक प्रभावी बना सकते हैं।
मेहराबियन मॉडल के उदाहरण (Example of Mehrabian Model Communication)
- सकारात्मक उदाहरण
एक विक्रेता एक ग्राहक से कहता है: “यह उत्पाद आपकी समस्या का समाधान करेगा।”- यदि विक्रेता मुस्कुराते हुए और उत्साहपूर्ण स्वर में यह कहे, तो ग्राहक पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- नकारात्मक उदाहरण
यदि वही विक्रेता उदासीन स्वर में कहे: “यह उत्पाद ठीक है।”- तो ग्राहक को उत्पाद के प्रति संदेह होगा।
- पारिवारिक संदर्भ में
माता-पिता जब अपने बच्चे से कहते हैं, “तुम अच्छा करोगे,” लेकिन उनके चेहरे पर चिंता दिखती है, तो बच्चा भ्रमित हो सकता है। - एक व्यक्ति कहता है, “मैं ठीक हूँ,” लेकिन उनकी आवाज़ उदास है और उनकी शारीरिक भाषा निराश है। प्राप्तकर्ता संभवतः उनके शब्दों पर विश्वास नहीं करेगा और उनकी गैर-मौखिक संकेतों पर ध्यान देगा।
- एक विक्रेता एक उत्पाद को उत्साहपूर्वक प्रस्तुत करता है, उनकी आवाज़ उत्साही है और उनकी शारीरिक भाषा आत्मविश्वास से भरी है। इससे ग्राहकों को उत्पाद में रुचि होने की अधिक संभावना होती है।
- एक नेता एक भाषण देता है, उनकी आवाज़ दृढ़ है और उनकी शारीरिक भाषा आत्मविश्वास से भरी है। इससे श्रोताओं को प्रेरणा मिलती है और वे नेता पर विश्वास करते हैं।
मेहराबियन मॉडल (Mehrabian Model) को अपनाने के तरीके
- स्वर और हावभाव का अभ्यास करें
अपने बोलने के लहजे और शरीर की भाषा को मेल में रखें। - सटीक और स्पष्ट शब्दों का प्रयोग करें
संक्षिप्त और सरल शब्द आपके संदेश को प्रभावी बनाते हैं। - दूसरों की प्रतिक्रिया पर ध्यान दें
श्रोता की बॉडी लैंग्वेज से समझें कि आपका संदेश सही ढंग से पहुंचा है या नहीं।
(Conclusion)
Mehrabian Model Communication की जटिलताओं और गैर-मौखिक संकेतों के महत्व को समझने के लिए एक मूल्यवान उपकरण है। प्रभावी Communication के लिए, हमें न केवल अपने शब्दों पर, बल्कि अपनी आवाज़ के लहजे और शारीरिक भाषा पर भी ध्यान देना चाहिए। दूसरों के गैर-मौखिक संकेतों को समझकर, हम उनके साथ बेहतर ढंग से जुड़ सकते हैं और अधिक प्रभावी ढंग से संवाद कर सकते हैं। यह मॉडल हमें यह भी सिखाता है कि संचार एक बहुआयामी प्रक्रिया है जिसमें शब्दों के अलावा कई अन्य कारक शामिल होते हैं। इन कारकों को समझकर, हम अपने Communication Skill को बढ़ा सकते हैं और अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।